- Post by Admin on Saturday, Jul 26, 2025
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भिलाई : साहू मित्र सभा, सुपेला-भिलाई के सभागार में एक साहित्यिक उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ी व्यंग्य संग्रह ‘कलंकपुर के कलंक’ का विमोचन, पर्यावरण संरक्षण के तहत वृक्षारोपण और सांस्कृतिक सौंध से सुवासित काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई। यह आयोजन सभा के साहित्य प्रकोष्ठ के तत्वावधान में दो सत्रों में सम्पन्न हुआ।
पुस्तक विमोचन का शुभ अवसर: कार्यक्रम के प्रथम सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार डा. दीनदयाल साहू की छत्तीसगढ़ी व्यंग्य रचना ‘कलंकपुर के कलंक’ का विमोचन किया गया। अब तक डॉ. साहू की 18 पुस्तकें हिन्दी और छत्तीसगढ़ी की विभिन्न विधाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी सशक्त लेखनी लगातार राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में स्थान पाती रही है।
विचारों की सरिता में बहता व्यंग्य: मुख्य अतिथि के रूप में देशभर में प्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री विनोद साव की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता साहू मित्र सभा, भिलाई के अध्यक्ष श्री खेद राम साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में डॉ. वेदवती मंडावी (साहित्यकार एवं प्रांतीय अध्यक्ष, प्रगति महिला गोंडवाना समाज), डॉ. डी.पी. देशमुख (संपादक, कला परंपरा एवं यूट्यूब चैनल 'अंगना के गोठ'), डॉ. ऋचा ठाकुर (प्राचार्य, शासकीय नवीन संगीत महाविद्यालय, दुर्ग), मणि मेखला शुक्ला (प्राध्यापक, राजनीति शास्त्र), और डॉ. शबाना कल्याण (स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई) मंच पर उपस्थित रहीं। वक्ताओं ने ‘कलंकपुर के कलंक’ को समकालीन समाज की विद्रूपताओं को उजागर करने वाला सशक्त व्यंग्य संग्रह बताया। साथ ही व्यंग्य विधा की सामाजिक भूमिका और छत्तीसगढ़ी व्यंग्य साहित्य की परंपरा पर भी प्रकाश डाला गया।
काव्य गोष्ठी में सावन-हरेली की मधुर छाया: कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में आयोजित काव्य गोष्ठी में अंचल के प्रतिष्ठित और नवोदित कवियों ने सावन और हरेली पर्व से जुड़े सरस और भावपूर्ण काव्य प्रस्तुत किए। काव्य गोष्ठी में भाग लेने वाले रचनाकारों में प्रमुख रूप से डॉ. नीलकंठ देवांगन, फकीर राम साहू, के.पी. साहू, इस्माइल आज़ाद, टेकचंद साहू, डालेश्वरी साहू, ओमप्रकाश जायसवाल, हेमलाल साहू निर्मोही, श्रद्धा वर्मा, रियाज़ खान गौहर, डॉ. नौशाद सिद्दीकी, डॉ. राघवेंद्र राज, उमाशंकर क्रोधी, जितेन्द्र वर्मा वैद्य, रामकुमार वर्मा, इंद्रजीत दादर, रूही साहू, सिद्धार्थ साव, हर्ष देव साहू, गजेन्द्र द्विवेदी गिरीश, सोनी त्रिपाठी, दिनेश हिरवानी, गजेन्द्र गंजीर, बद्री प्रसाद पारकर, अरुण साहू, भागवत निषाद, उन्मेष साहू, नोमिन साहू, योगेन्द्र दास, बेगन लाल और दिलेश्वरी साहू शामिल रहे।
वृक्षारोपण के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश: कार्यक्रम में साहित्यिक आयोजन के साथ-साथ वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया, जिसमें सभी गणमान्य अतिथियों ने सहभागिता निभाई।
सौहार्दपूर्ण समापन: कार्यक्रम का कुशल संचालन जागृति सार्वा द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन लालजी साहू ने किया। आयोजन में समाजसेवी, साहित्य प्रेमी, क्षेत्रीय साहित्यकार एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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