बिजनेस /कारोबार
लोगों ने कहा, ये कुछ नहीं कर पाएगी पढ़ा-लिखाकर कोई फायदा नहीं। आज वही नूर सिर्फ 23 साल की उम्र में कॉरपोरेट जॉब के साथ ही अपना बिजनेस भी संभाल रही हैं।
जितेंद्र ने पूजा बोअर बकरी फार्म की स्थापना करके व्यवसाय की दुनिया में कदम रखा। यह फार्म दक्षिण अफ्रीकी बोअर बकरियों की विशेष नस्ल के लिए जाना जाता है।
बीमा सखी योजना ग्रामीण भारत में महिलाओं को सशक्त बनाते हुए उन्हें वित्तीय सेवाओं की अग्रदूत बना रही है। एलआईसी और ग्रामीण विकास मंत्रालय की साझेदारी से शुरू की गई यह योजना महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में प्रशिक्षित कर न सिर्फ उन्हें रोज़गार दे रही है, बल्कि गाँव-गाँव में सामाजिक सुरक्षा और बीमा योजनाओं की पहुँच भी बढ़ा रही है।
साल 2018 में शिल्पी ने बैंग्लुरू के सरजापुर से मिल्क इंडिया कंपनी की शुरुआत सिर्फ 11 हज़ार रुपयों में की थी. मिल्क इंडिया कंपनी बाकी के डेयरी स्टॉर्ट-अप से काफी अलग है.
यदि आप स्नातक हैं और यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि स्टार्टअप की दुनिया आपके लिए सही है या नहीं, तो कुछ बातों पर विचार करना चाहिए। स्टार्टअप में भरपूर ऊर्जा होती है। हालांकि, इसके साथ कुछ अनिश्चितताएं और चुनौतियां भी हैं